First Edition
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जड़ी बूटी
अगरु (अगर) के लाभ, प्रयोग, मात्रा एवं दुष्प्रभाव
अगरु (Agaru) को अगर भी कहा जाता हैं। आयुर्वेद में इसका प्रयोग श्वसनीशोध,अस्थमा, घाव, आंतों की कीड़े, मुँह की बदबू,…
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जड़ी बूटी
आलू बुखारा के फायदे और नुकसान
आलू बुखारा एक बहुत ही स्वादिष्ट और पौष्टिक फल है। इसका स्वाद खाने में खट्टा मीठा होता है और अच्छी…
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आयुर्वेद
कफ दोष के गुण, कर्म, मुख्य स्थान, प्रकार, असंतुलन, बढ़ने और कम होने के लक्षण
कफ एक ऐसी संरचनात्मक अभिव्यक्ति है जो द्रव्यमान को दर्शाता है यह हमारे शरीर के आकार और रूप के लिए…
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आयुर्वेद
पित्त दोष के गुण, कर्म, मुख्य स्थान, प्रकार, असंतुलन, बढ़ने और कम होने के लक्षण
पित्त शरीर का ऐसा भाव(दोष) है जो शरीर की गर्मी, आग और ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है। जैविक रूप से,…
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आयुर्वेद
वात दोष के गुण, कर्म, मुख्य स्थान, प्रकार, असंतुलन, बढ़ने और कम होने के लक्षण
“वा गतिगंधनयो” धातु से वात अर्थात वायु शब्द निष्पति होती है। वात एक अभिव्यक्ति है और मुख्य कार्यकारी शक्ति है…
Read More » अकीक भस्म एवं अकीक पिष्टी
अकीक भस्म (पिष्टी) एक खनिज आधारित आयुर्वेदिक औषधि है, जिसका उपयोग सामान्य दुर्बलता, हृदय की कमजोरी, शरीर में अत्यधिक गर्मी,…
Read More »अभ्रक भस्म
अभ्रक भस्म अभ्रक की जलाई हुई राख है जिसका उपयोग आयुर्वेद में श्वसन विकारों, यकृत और पेट की बीमारियों, मानसिक…
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भस्म एवं पिष्टी
अविलतोलादि भस्म
अविलतोलादि भस्म गंजी या अविलतोलादि भस्म सहस्रयोगम में प्रस्तुत एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसका उपयोग कई अंतर्निहित कारणों से होने…
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भस्म एवं पिष्टी
गोदंती भस्म के गुण, लाभ और औषधीय उपयोग, मात्रा एवं दुष्प्रभाव
गोदन्ती भस्म जिप्सम से बनाई गयी एक खनिज आधारित आयुर्वेदिक औषधि है। यह प्राकृतिक कैल्शियम और सल्फर सामग्री में समृद्ध…
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जड़ी बूटी
शंखपुष्पी के स्वास्थ्य लाभ
शंखपुष्पी (Shankhpushpi) का वनस्पति नाम “कोनोवुल्लूस प्लूरिकालिस (Convolvulus Pluricaulis)” है। यह अपने चिकित्सीय गुणों के कारण आयुर्वेद में प्रयोग होने…
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